पाकिस्तान से आगामी एशिया कप की मेजबानी छिनी जानी तय है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पाकिस्तान में खेलने से मना कर दिया है। साथ ही एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के अध्यक्ष जय शाह ने कहा था कि एशिया कप इस बार तटस्थ मैदान पर खेला जाएगा। इसे लेकर पाकिस्तान ने नाखुश है। अगले महीने इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। उससे पहले पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने बड़ा बयान दिया है।

पाकिस्तान के कुछ पूर्व खिलाड़ी और क्रिकेट एक्सपर्ट ने कहा है पीसीबी इस मामले को लेकर आईसीसी के पास जाए। आईसीसी को इस मामले में कुछ करना चाहिए। अब अफरीदी ने कहा है कि बीसीसीआई के सामने आईसीसी भी कुछ नहीं कर पाएगा। अफरीदी ने 'समा टीवी' से कहा, ''क्या भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा करेगा? क्या हम भारत में होने वाले वनडे विश्व कप का बहिष्कार करेंगे? मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता, लेकिन हमें किसी न किसी बिंदु पर स्टैंड लेने की जरूरत है।''

अफरीदी ने क्या-क्या कहा?

अफरीदी ने आगे कहा, ''इस मामले में आईसीसी की भूमिका अहम हो जाती है। उन्हें आगे आना चाहिए, लेकिन मैं इतना कह सकता हूं कि बीसीसीआई के सामने आईसीसी भी कुछ नहीं कर सकता है।'' अफरीदी ने कहा कि बीसीसीआई ऐसा इसलिए कर सकता है क्योंकि उसने अपने आप को काफी मजबूत बनाया है।

अफरीदी ने पीसीबी पर तंज कसते हुए कहा, ''अगर कोई अपने पैरों पर खड़ा होने में असमर्थ है तो उसके लिए इस तरह मजबूत निर्णय लेना आसान नहीं है। उन्हें बहुत सी चीजों को देखना होगा। भारत अगर आंखें दिखा रहा है, तो उसके पीछे यह बात है कि उसने खुद को इतना मजबूत बना लिया है।''

मियांदाद ने भी दिया था विवादित बयान

एशिया कप के मामले पर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और कोच जावेद मियांदाद ने कहा था, ''मैं तो पहले भी कहता था, नहीं आते तो भाड़ में जाएं। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।'' अपने इस बयान पर मियांदाद ने बाद में सफाई भी दी थी। मियांदाद ने कहा कि उनके कहने का मतलब गलत निकाला गया। उन्होंने कहा, ''आप जानते हैं कि भाड़ का मतलब क्या होता है? अगर आपको यहां नहीं खेलना है तो मत खेलो। इससे हमें कोई परेशानी नहीं है। अगर आप इस मसले पर दोनों देशों के खिलाड़ियों से पूछेंगे तो वो कहेंगे कि दोनों टीमों के बीच मैच होनी चाहिए। इसका फायदा दोनों देशों को होगा।''

मियांदाद ने आगे कहा था, ''भारत को अगर ऐसा लगता है कि उनके पाकिस्तान नहीं आने से कोई फर्क पड़ेगा तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। पाकिस्तान ने क्रिकेट से लेकर हॉकी तक में कई दिग्गज खिलाड़ी दिए हैं। दुनिया भर में पड़ोसी आपस में खेलते हैं।''