जैसलमेर में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। दिन भर की उमस के बाद मिड नाइट से रविवार सुबह तक इंद्रदेव जमकर बरसे। जैसलमेर सहित ग्रामीण इलाकों में शनिवार को दिन भर उमस का मौसम था। लेकिन रविवार को खुशनुमा हो गया। देर रात अचानक बिजली की गड़गड़ाहट और तेज आंधी का दौर शुरू हुआ, उसके बाद तेज बारिश शुरू हुई।

बिजली इतनी जोर से चमक रही थी कि एक बारगी सभी के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी। तेज कड़कती बिजली से सभी लोगों को डर सता रहा था। क्योंकि प्रदेश में कई जगह आकाशीय बिजली गिरने के हादसों में कई लोगों की जानें जा चुकी हैं और जान-माल का बहुत नुकसान हुआ है। लेकिन शुक्र है अलसुबह तक जिले में कहीं बिजली गिरने से नुकसान की खबर नहीं आई।

बरसात इतनी तेज थी कि बड़े हादसे की संभावना को देखते हुए विद्युत विभाग ने शहर सहित ग्रामीण इलाकों की बिजली सप्लाई बंद कर दी। चूंकि जिले में पूर्व में भी बरसात के मौसम के कई हादसे हो चुके हैं। इसलिए विद्युत विभाग ने सतर्कता बरतते हुए समय रहते सप्लाई बंद कर दी। बीते दिनों आए आंधी तूफान और बरसात से डिस्कॉम को करीब डेढ़ करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।

जैसलमेर सहित पोकरण, मोहनगढ़ और कई ग्रामीण इलाकों में अच्छी बारिश की खबरें आ रही हैं। वहीं, नहरी इलाकों ने संजीवनी का काम किया हैं। पिछले 75 दिनों से नहरबंदी के चलते नहरों में पानी नहीं हैं। इस बरसात से नहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को राहत मिलेगी।

गौरतलब है कि तीन जून को मौसम विभाग की तरफ से बारिश का पूर्वानुमान था, जिसके चलते लोग दिन भर बादलों की तरफ टकटकी लगाए हुए थे। लेकिन दिन भर की उमस और तपन के बाद देर रात धूल भरी आंधी, बिजली की गड़गड़ाहट के बाद इंद्रदेव सुबह तक जमकर बरसे।