बाड़मेर जिले के बालोतरा शहर में विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। जानकारी मिलने के बाद बालोतरा पुलिस मौके पर पहुंची और विवाहिता के शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाकर मृतका के पीहर पक्ष को सूचना दी गई। पीहर पक्ष के मोर्चरी पहुंचने के बाद अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है, जिसके बाद विवाहिता के पीहर पक्ष ने पुलिस थाना बालोतरा में हत्या का मामला दर्ज करवाया है। 

विवाहिता की मौत की सूचना के बाद पीहर पक्ष बालोतरा के नाहटा अस्पताल स्थित मोर्चरी पहुंचा जहां पर मृतका के भाई मांगीलाल पुत्र चन्द्राराम मेघवाल ने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया। उसने बताया कि उसकी बहन सरस्वती की शादी छह माह पूर्व बालोतरा निवासी भरत पुत्र ताजाराम मेघवाल के साथ हुई थी। शादी में उसके पिता ने अपनी हैसियत के अनुसार दहेज भी दिया था। शादी के 1-2 महीने बाद से ही उसके जेठ-पति सास-ससुर ने उसकी बहन को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। परेशान होकर उन लोगों ने सामाजिक पंचायती करवाकर समझाईश भी की लेकिन सरस्वती के ससुराल पक्ष नहीं माना। विवाहिता के भाई ने मृतका के जेठ और ससुर पर हत्या कर शव को फंदे पर लटकाने का अंदेशा जताते हुए पुलिस को हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें लिखा हुआ है कि "मेरी मौत का जिम्मेदार कोई नहीं है। मेरे पीहर और ससुराल वालों की कोई गलती नहीं है। मैं परेशान हूं। मेरा दिमाग काम नहीं करता। मेरे को माफ करना मां-पापा राज भैया मेरे घर वालों की कोई गलती नहीं है। पुलिस पूरे मामले एवं सुसाइड नोट को लेकर पुलिस जांच कर रही है। इस पूरे मामले को लेकर बालोतरा डीवाईएसपी ने बताया कि शहर के सिटीलाइट हॉस्पिटल के पीछे विवाहिता के आत्महत्या की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विवाहिता के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी रखवा कर पीहर पक्ष को सूचना दी थी। पीहर पक्ष ने विवाहिता की हत्या की रिपोर्ट दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।