नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर हैं। शुक्रवार को वहां दिए गए राहुल के बयान से भारत की राजनीति गरमा गई है। उन्होंने अमेरिका में कहा था कि मुस्लिम लीग एक सेकुलर पार्टी है। राहुल के इसी बयान से भाजपा नेता कांग्रेस और गांधी पर आक्रामक हो गए हैं और उन पर जमकर निशाना साध रहे हैं। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
शुक्रवार को ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस मोहम्मद अली जिन्ना की पार्टी मुस्लिम लीग ने भारत का धर्म के आधार पर बंटवारा किया, उसे भारत के नेता सेकुलर पार्टी बताते हैं। बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुस्लिम लीग को सेकुलर बताने वाले नेता को कुछ लोग अब भी मानते हैं। भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बंटावरे के लिए जिन्ना की अध्यक्षता वाली मुस्लिम लीग जिम्मेदार थी। बंटवारा धर्म के आधार पर किया गया था। राहुल गांधी कम पढ़े लिखे हैं या शायद वायनाड में टिके रहने के लिए उन्होंने ऐसे बयान दिए।
राहुल गांधी के बयान पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव हैं। उन्हें जो कहना है कि यहां आएं, जनता के बीच अपने विचार रखें। विदेशों में भारत को क्यों बदनाम कर रहे हैं। राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। उत्तर प्रदेश के दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी के बयान से काफी दुख हुआ है। भारत की जनता विदेशों में भारत की बुराई को कभी माफ नहीं करेगी। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जिस विचारधारा ने मुस्लिम लीग को सेकुलर करार दिया है, वह बेहद खतरनाक है। मैं राहुल गांधी के बेतुके बयान को गंभीरता से नहीं लेता। लेकिन कांग्रेस की ऐसी विचारधारा भारत में विभाजन के बीज बो रही है।
भाजपा नेता केजे अल्फोंस का कहना है कि मुस्लिग लीग, जिसका मतलब ही सिर्फ मुसलमानों की पार्टी है। वहां हिंदुओं और ईसाइयों के लिए कोई जगह नहीं है। केरल आईएसआईएस का गढ़ बन गया है। इसपर पार्टी कुछ नहीं कहती। अतिवाद और कट्टरवाद पर भी मुस्लिम लीग कुछ नहीं कहती। राहुल गांधी की कमी है कि उनमे समझने की क्षमता नहीं है। ठीक है, समझ नहीं सकते, तो दूसरों की बात सुनें और पढ़ें थोड़ा।