जयपुर। Lok Sabha Election 2024: राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि भाजपा चुनाव में 200 सीट भी नहीं जीतेगी। साथ ही उन्होंने सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच मतभेद को लेकर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, दोनों नेता पार्टी को चुनाव जिताने के लिए एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं।

गोविंद सिंह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में ये बातें कहीं। आगामी लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी मजबूत स्थिति में है। उन्होंने भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने मतदाताओं को निराश किया है, जनता को अब तक 15 लाख रुपये और 2 करोड़ नौकरियां नहीं मिली हैं।

पुलवामा और शहीदों के नाम पर मिली सत्ता

उन्होंने कहा कि भाजपा को पुलवामा और शहीदों के नाम पर सत्ता मिली थी, लेकिन अब तथ्य सबके सामने हैं कि कैसे भाजपा ने कांग्रेस के जिन नेताओं को भ्रष्ट कहा उन्हीं को पार्टी में शामिल कर लिया और वाशिंग मशीन में फेंक कर उन नेताओं को हरिश्चंद्र बना दिया।

उन्होंने भाजपा के केन्द्र में तीसरी बार सरकार बनने की किसी भी संभावना से इंकार करते हुए कहा कि भाजपा अब वेंटिलेटर पर आ गई है और अब उसका तीसरा कार्यकाल जीतना नामुमकिन है। उन्होंने कहा, "भाजपा के नेता हर दूसरे दिन राजस्थान में डेरा डाल रहे हैं, पीएम से लेकर केंद्रीय मंत्री तक हर दूसरे दिन चुनावी सभाएं और रोड शो कर रहे हैं, जिससे पता चलता है कि उन्हें तीसरा कार्यकाल जीतने पर संदेह है।"

टिकट बांटने में होमवर्क किया 

उन्होंने दावा किया कि राजस्थान में कांग्रेस भाजपा से ज्यादा सीटें जीतेगी क्योंकि पार्टी ने टिकट बांटने पर होमवर्क किया है। अशोक गहलोत के सिरोही में ही रहने और अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र जोधपुर नहीं जाने के सवाल पर गोविंद सिंह ने कहा कि उनके बेटे को जालोर-सिरोही से मैदान में उतारा गया है, ऐसे में उनका वहां पर ज्यादा समय देना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि गहलोत चुरू और झुंझनु का दौरा कर चुके हैं और उनका जालोर-सिरोही में ही डेरा डालने की बात महज अफवाह है।

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अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मतभेद के सवाल पर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि ये मनगढ़ंत आरोप हैं, जबकि हकीकत में ऐसा कुछ नहीं है। "सभी नेता जीतने के लिए एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं। हमारे लिए, सभी उम्मीदवार पार्टी के उम्मीदवार हैं और पायलट या गहलोत उम्मीदवारों के बीच ऐसा कोई भेदभाव नहीं है।" उन्होंने कहा।

बांसवाड़ा में बीएपी को समर्थन

राजस्थान में गठबंधन में हुई देरी के सवाल पर गोविंद सिंह ने कहा कि पार्टी के लिए गठबंधन का फैसला आलाकमान द्वारा किया जाता है। "कांग्रेस ने नागौर में आरएलपी के साथ और सीकर में सीपीआई-एम के साथ गठबंधन किया, लेकिन पार्टी BAP की मांगों को स्वीकार करने में असमर्थ थी। मतभेदों के बावजूद लोकतंत्र और संविधान को जिताने के लिए कांग्रेस ने बांसवाड़ा में BAP को समर्थन देने का फैसला किया है।" उन्होंने आगे कहा।

बांसवाड़ा में कांग्रेस के भी चुनाव लड़ने के सावल पर वह कहते हैं कि कुछ गलतफहमी के कारण कांग्रेस उम्मीदवार अपना नामांकन वापिस नहीं ले पाए लेकिन पार्टी ने कार्यकर्ताओं को बांसवाड़ा में बीएपी उम्मीदवार का समर्थन करने का निर्देश दिया है।