राजस्थान-गुजरात बॉर्डर स्थित पाली और उदयपुर जिले के कई गांवों में आतंक का पर्याय बना डाकू रणीयां को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया। उदयपुर पुलिस की स्पेशल टीम ने डाकू को गुजरात के जंगल से दबोचा है। उदयपुर के नए एसपी भुवन भूषण यादव के आने बाद पुलिस की स्पेशल टीम ने ये कार्रवाई की। डाकू रणीयां को उदयपुर के कोटड़ा थाने लाया गया। कुछ दिन पहले ही उदयपुर के एसपी का तबादला हुआ था।

डाकू रणीयां ने अपनी गैंग में परिवार और गांव के लोगों को ही शामिल कर रखा है। गैंग में बाहरी लोग शामिल नहीं हैं। रणीयां की गैंग अधिकरत हाईवे पर लूट किया करते थे। गैंग हाईवे पर आने-जान वाले लोगों को निशाना बनाते और लूट करते थे। कहा जाता है कि लोगों को लूटने से पहले उनके साथ मारपीट भी की जाती थी। बिना मारेपीटे किसी को जाने नहीं दिया जाता था। रणीयां का गांव राजस्थान में है, लेकिन गुजरात बॉर्डर तीन किलोमीटर होने के कारण वारदात के बाद वह गुजरात भाग जाता था।  

बता दें रणीयां के खिलाफ 56 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें लूट, हत्या, जानलेवा हमला और डकैती जैसे अपराध शामिल हैं। रणीयां को पकड़ने एक महीने पहले उदयपुर पुलिस ने उसके गांव में दबिश दी थी, लेकिन रणीयां बच निकला था। पुलिस के आने की भनक रणीयां को लग गई थी। उसने पुलिस के पहुंचते ही हमला कर दिया था। पुलिस के साथ मारपीट कर बंदूक भी छीन ली गई थी।